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my sweet room

प्रयागराज में मेरा छोटा रूम इसी में पूरा दिन निकल जाता है पता ही नहीं चलता कब रात हुई कब दिन
नमस्ते दोस्तों  मैं भी एक मिडिल क्लास का लड़का हु मेरे पिताजी एक कीसान हैं और मैं प्रयागराज में रहता हूं यहीं पर कोचिंग करता हूं पता ही नहीं चला के रूप में कब रात हुई कब  यहां पर 10बाई 10 कमरे में रहता हूं  लाइब्रेरी और कोचिंग ऐसा लगता है कि किस दुनिया में  जी रहे हैं अपने पास घर होकर भी यहां दिन बिताना पड़ता है नौकरी के लिएतो करना पड़ेगा सभी को क्योंकि नौकरी आपसे मेहनत मांगती है।

स्टूडेंट लाइफ ऐसा होता ही है यहां सुबह-सुबह जाकर सप्लाई वाला पानी आता है उसी को भरना पड़ता है तभी पूरा दिन पानी पीने को मिलेगा नहीं तो पानी भी  नहीं मिल पाएगा गर्मी के महीने महीने में तो ठंडा पानी मिलता ही नहीं है नहाने को भी टंकी में भरा रहता है वही पानी नहाना होता है मां-बाप की याद आती रहती है वही सोचकर आदमी पढ़ता रहता है की एक दिन नौकरी मिल जाएगा तो मां-बाप सुकून से रहेंगे आप लोग भी स्टूडेंट हो तो जरूर बताइएगा कि आप लोगों को कैसा लगता है यहां पर रहकर। 
और इस समय गर्मी जून के महीने में गर्मी भी अपना खूब कहर फैला रही है दिन भर पसीने से रूम में चारों तरफ बिल्डिंग होने के कारण हवा भी नहीं लगता रात को छत पर सोते हैं वो 12:00 बजे तक नींद आती नहीं है इसके बाद सोया 4:00 बजे जग गया सुबह-सुबह टहलने चला गया और वहां से लौट  लौटकर रूम में फिर से पढ़ना शुरू कर दयायही अपना पूरा दिन निकल जाता है।
भगवान की कृपा से एक देसी फ्रिज यानी मिट्टी का घड़ा मिल चुका  है उसी में पानी थोड़ा ठंडा मिल जाता है पंखे के गरम-गरम हवा खाते-खाते फिर से रात जाती है यही है अपना स्टूडेंट लाइफ। 
अगर आप लोग स्टूडेंट हो तो अपनी अपनी राय कमेंटम में  जरूर बताएं।

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