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Mobile phone addiction is very danger your child: मोबाइल की लत से छुटकारा कैसे पाए

3 साल का बच्चा हाथ में दूध का बॉटल नहीं है मोबाइल पकड़ता है आजकल मोबाइल आपके बच्चे पर काफी ज्यादा हानिकारक प्रभाव डाल रही है सर आप लोग देख रहे होंगे कि आपका बच्चा जब भी जानने लायक होता है तो वह खाने-पीने चीजों को छोड़कर मोबाइल हाथ में पकड़ लेता है और यह आपके जनरेशन के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।
कभी आप लोगों ने सोचा है कि आगे चलकर क्या होने वाला है आपके बच्चों पर क्या बीतने वाली है उनकी मानसिक स्थिति कैसी रहेगी, उनका चाल चलन और भाषा बोली कैसा रहेगा।

पहले बच्चा पैदा होते ही अपना हाथ पर चलाता था घर में किलकारी मारता था लेकिन आजकल के इस जनरेशन में जैसे ही बच्चा 3 साल का हो गया तो मां-बाप उसके हाथ में मोबाइल पकड़ा देते हैं कि बच्चा रोए ना चुपचाप खेल मोबाइल में लेकिन कभी आप लोगों ने सोचा है कि आपका लड़कों पर क्या बीतेगी आगे चलकर जब बच्चा पैदल चलता है या कुछ भी एक्सरसाइज करता है तो उसकी हड्डियां मजबूत होती है और उसकी वातावरण में अलग ही मानसिक विकास होता है लेकिन आप लोग मोबाइल पकड़ा देते हैं हाथ में इसकी वजह से वह दिन भर फोन में ही लगा रहता है वीडियो देखकर चुप रहता है और आपको क्या लगता है कि आपका बच्चा शांत है कभी आप लोग सोच कर देखिए की उसकी पूरी मानसिक स्थिति मोबाइल नहीं कैद कर ली है आजकल छोटे-छोटे बच्चों पर अक्सर आप लोग देखे होंगे कि चश्मा लग चुका है क्योंकि वह 3 साल से ही फोन चला रहे हैं और मां-बाप ड्यूटी चले जाते हैं समय नहीं दे पाए अपने बच्चों को और सोचते हैं मेरा बच्चा आराम से घर में है और खास बात यह है कि आजकल लड़के मोबाइल में व्यस्त होने के कारण सही से बोल भी नहीं पाते हैं क्योंकि जब वह परिवार के साथ रहते हैं तब भूल मिलकर बात करते रहते हैं अपने बचपन की क्रिया करते हैं और अक्सर आजकल की जनरेशन 90% ही कर रही है कि बच्चों को मोबाइल पकड़ा देता है और महिलाएं बोलती है कि मेरा बेटा इतना छोटा होना है फिर भी मोबाइल चला लेता है वीडियो देख लेता है हमको तो खुशी होती है लेकिन कभी उनके भविष्य के बारे में आप लोगों ने सोचा है कि आगे चलकर आपके लड़कों पर क्या बीतेगी WHO के स्टडी के अनुसार अगर ऐसी जेनरेशन रही तो आगे चलकर बच्चा आपको खुद नहीं पहचानेगा मोबाइल में इतना बिजी हो जाएगा कि अपने मां-बाप को समय नहीं दे पाएगा।
🔸मोबाइल की लत क्या है 
सोशल मीडिया पर बच्चे दिन भर स्क्रोल करते रहते हैं और वीडियो देखते रहते हैं और इतना ही नहीं है बच्चे दिन भर गेम खेलने में भी लग जाते हैं अकेले रहते हैं क्योंकि माता-पिता मोबाइल हाथ में देकर चले जाते हैं और बच्चा जब अकेला रहेगा तो गेम ही खेलेगा क्या करेगा जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई और खेल कुछ छूटता जा रहा है। 

🔸 बच्चों में मोबाइल की लत क्यों बढ़ती जा रही है 
इसकी खास वजह है माता-पिता जो कि छोटे परी हाथ में मोबाइल पकड़ा देते हैं जब छोटे पर आप लोग अपने बच्चों को हाथ में मोबाइल पकड़ाएंगे तो आगे चलकर खुद वह मोबाइल नहीं पाएगा तो रोने लगेगी चुकी नहीं रहेगा क्योंकि उसको पता है कि रोने से मोबाइल मिल जाता है साइकोलॉजी के अनुसार 100% सही है ।
🔹सस्ती इंटरनेट सुविधा होने के कारण नेट की तो कमी नहीं पड़ती जिसकी वजह से बच्चा दिन भर मोबाइल चलाता रहता है।
🔹 ऑनलाइन गेम वीडियो मोबाइल में चलते रहते हैं और बच्चा उसकी दिन भर अपना मोबाइल स्क्रीन इस्तेमाल करता रहता है। 
🔹 माता-पिता के व्यस्त होने के कारण माता-पिता अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं और हाथ में मोबाइल पकड़ा देते हैं। 
🔹 सोशल मीडिया का अलग ही जादू छा गया है बच्चों के ऊपर बच्चे लिखे कॉमेंट्स के लिए दिनभर मोबाइल फोन में लगे रहते हैं।

मोबाइल फोन की लत से बच्चे की अगली पीढ़ी पर असर खतरनाक हो सकताहै

🔸 शारीरिक रूप से स्वास्थ्य पर प्रभाव– जब बच्चा दिन भर मोबाइल में व्यस्त रहता है तो उसकी एक्सरसाइज नहीं होती जिसके कारण उसका शारीरिक पार्ट मजबूत नहीं रहेगा और आगे चलकर उसकी काफी ज्यादा दिक्कत झेलनी पड़ेगी, लगातार मोबाइल देखने से उसकी आंखों की रोशनी जा रही है जिसकी वजह से चश्मा भी लग सकता है, देर रात तक मोबाइल देखने से निद्रा की बीमारी भी हो सकती है, स्क्रीन पर लंबे समय तक बैठने से मोटापा और कमजोरी बढ़ सकती है।
🔸 मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव बच्चे दिन भर मोबाइल में कैद रहते हैं जिसके कारण उनके मासिक स्वास्थ्य पर भयानक प्रभाव पड़ने वाला है मोबाइल की लत से ध्यान की एकाग्रता में कमी हो जाती है, बच्चे बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन होने लगते हैं क्योंकि उसको मोबाइल का नशा छा जाता है और जब आप उसके हाथ से मोबाइल छीन लेंगे तो खाना तक नहीं खाएगा।
🔸 पढ़ाई और करियर पर भी ऐसा पड़ सकता है मोबाइल पर व्यस्त होने के कारण बच्चे अक्सर पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, दिन भर मोबाइल पर निर्भर होने से बच्चे की सोचने समझने और आत्म शक्ति कम होने लगती है ।

🔸आइए समझ लेते हैं मोबाइल फोन लत के लक्षण– हर थोड़ी देर में मोबाइल चेक करना आदत बन जाती है, मोबाइल दूर होने पर बेचैनी महसूस होने लगती है चिड़चिड़ा बनने लगता है, पढ़ाई खेल या किसी शौक में रुचि ना लेना , मोबाइल बंद होते ही गुस्सा या तनाव महसूस करना।

🔸मोबाइल फोन की लत बच्चों से कैसे छुड़ाएं – इसके लिए माता-पिता को अपने बच्चों को खुद समय देना पड़ेगा हाथ में मोबाइल देने के वजह उसे गोदी में खिलाना चाहिए और उसका शारीरिक अभ्यास करना चाहिए उसके साथ बातचीत करनी चाहिए और समय देना पड़ेगा आपको बच्चों को तभी आपके बच्चे का भविष्य में मानसिक विकास शारीरिक विकास हो सकता है। 
समय-समय पर बच्चों की मोबाइल चेक करते रहना कि बच्चा कहीं गेम तो नहीं चल रहा है वीडियो तो नहीं देख रहा है यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आपका बच्चा क्या कर रहा है। 

इसके लिए आप लोग खुद जिम्मेदार हैं आप अपने बच्चों जैसा बनेंगे वैसे बनेंगे आगे चलकर उम्मीद करता हूं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी तो इसे और लोगों के पास शेयर करिए। और हमारी वेबसाइट jankarikila‌.com को अगर इच्छा हो तो फॉलो कर लीजिए क्योंकि ऐसी जानकारी आपको इस वेबसाइट में मिलती रहती है।



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